दुर्घटनाग्रस्त ठेका श्रमिकों के स्वास्थ्य लाभ की जिम्मेदारी बीएसएल प्रबंधन की नैतिक जिम्मेदारी : उपायुक्त।

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प्रतिनिधि ,बोकारो
समाहरणालय परिसर में आयोजित साप्ताहिक जनता दरबार में आज 1 अगस्त शुक्रवार को 36 से अधिक मामलों की सुनवाई की गई। इनमें बीएसएल में कार्यरत ठेका श्रमिकों से जुड़ी गंभीर शिकायतें भी सामने आईं।स्टेशन रोड कुर्मीडीह निवासी रघुनाथ गोरांई, जिनका दोनों पैर दुर्घटना में कट गया, और मुकेश कुमार की मां धनपति देवी, जिनका पुत्र अपनी आंखों की रोशनी खो चुका है।
बताया कि संबंधित कंपनी की ओर से वादा की गई सहायता अब तक नहीं मिली।
उपायुक्त अजय नाथ झा ने कहा कि बीएसएल में कार्यरत स्थायी और ठेका श्रमिक सभी बीएसएल परिवार का हिस्सा हैं। दुर्घटना की स्थिति में इलाज कराना और सहायता देना प्रबंधन की नैतिक जिम्मेदारी है।” उन्होंने बीएसएल प्रबंधन को तत्काल कार्रवाई और स्पष्ट नीति बनाने का निर्देश दिया। साथ ही डीपीएलआर मेनका और एसडीओ चास प्रांजल ढांडा को दोनों मामलों की जांच करने और बीएसएल प्रबंधन से पत्राचार के आदेश दिए।
जिला प्रशासन द्वारा दिव्यांग श्रमिकों को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का भी निर्देश दिया गया।डीसी ने अधिकारियों को आम जनता से विनम्र और संवेदनशील व्यवहार करने के निर्देश दिए।इसके अलावा,कोयला डस्ट प्रदूषण की शिकायत पर डीएमओ और डीटीओ को वाहनों पर तिरपाल ढकने की सख्त निगरानी करने को कहा गया।
जनता दरबार में माराफारी निवासी सकल देव सिंह को बीपी की दवा तत्काल उपलब्ध कराई गई।भूमि अतिक्रमण, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, बीएसएल और अन्य विभागों से जुड़ी समस्याओं की भी सुनवाई की गई।मौके पर कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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