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नावाडीह में जल संरक्षण को लेकर जल छाजन विभाग की बैठक 30 जून तक पुर्ण करें जल संरक्षण की योजनाएं : भार्गवी

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प्रतिनिधि ,नावाडीह
प्रखंड मुख्यालय के सभाकक्ष में शुक्रवार को प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना ग्रामीण 2 के तहत जलछाजन परियोजना की ओर से एक बैठक नावाडीह बीडीओ संजय सांडिल्य की अध्यक्षता में हुई जिसमें जल छाजन प्रक्षेत्र के सभी 13 पंचायत के मुखिया शामिल हुए।
बैठक को संबोधित करते हुए जिला मत्स्य पदाधिकारी पेरीसेटी भार्गवी ने कहा कि प्रखंड के विभिन्न 13 पंचायत के 27 गांवों को जल छाजन विभाग द्वारा जल एव पर्यावरण सहित कृषि सिचाई के लिए चयन किया गया है जिसके तहत आठ जलछाजन समिति बनाई गई है जिसमें बाराडीह के बोदरो , आहारडीह के जुनोडीह , सुरही ,सहारिया ,खरपिटो ,नावाडीह के ताराटांड, भलमारा के बारीडीह एवं परसबनी के चेपरों गांव को शामिल किया गया है। इन गांवों में जल संरक्षण व कृषि सिचाई को लेकर 23 तालाब ,12 डोभा सहित मेढबंधी , टीसीबी , वाटर टीसीबी , नाला मे पत्थर निर्मित डैम , मिट्टी की कच्ची डैम आदि का निर्माण किया जाना है। तालाब 100 – 100 फीट लम्बी चौडी व 12 फीट गहरी तथा डोभा 60 – 60 फीट लम्बी चौड़ी होगी। जिसका निर्माण जेसीबी मशीन द्वारा की जाएगी।

बरसात को देखते हुए क्षेत्र के मुखिया हर हाल में तीस जून तक तालाब व डोभा का निर्माण पुर्ण करें। ताकि वर्षाऋतु का जल संरक्षण हो सकें तथा गांव के किसानों को लाभ मिल सके।वही बीडीओ संजय सांडिल्य ने कहा कि प्रखंड के विभिन्न आठ जलछाजन समिति पंचायत के मुखिया व विभाग के एक पदाधिकारी का जल संरक्षण विकास निधि का बैंक में संयुक्त खाता खोली जाए जिससे विकास की राशि भेजी जा सकें। जलछाजन समिति का गांव के किसानो को आत्मनिर्भर बनाने के लिए भुमि संरक्षण, जल संरक्षण एवं पालन करने पर जोर देते हुए जागरूक करें साथ ही जल संरक्षण करने , तालाब से सिचाई व मछली तथा बत्तख पालन करने ,बंजर भुमि को उपजाऊ बनाने ,टीसीबी व डोभा निर्माण कर जल संरक्षण करने ,वारिश की पानी को संरक्षित करने आदि की विधि को लेकर जागरूक करते हुए बंजर भूमि दुखी किसान , सिंचित भूमि सुखी किसान, जलछाजन अपनाना है, गरीबी दूर भगाना है आदि नारे को बुलंद करें।

वही मुखिया संध अध्यक्ष विश्वनाथ महतो ने कहा कि जल संरक्षण होने से गांव के किसान खेती बारी कर आत्मनिर्भर बन सकती है सिचाई के अभाव में सिर्फ वर्षा के जल से धान की खेती कर पाते है। वाकी समय बेरोजगार हो जाते है, किसान सही तरीके से जल व भुमि संरक्षण कर खेती व पालन करे तो पंचायत से बेरोजगारी दुर हो जाऐगी।
मौके पर विभाग के कनीय अभियंता दिनेश मंडल ,कृषि वैज्ञानिक पवन राज ,अलताफ अली ,दीपक कुमार , प्रमोद कुमार, सुबोध प्रजापति , बीस सुत्री उपाध्यक्ष गणेश महतो पारो , मुखिया नंदलाल नायक, प्रदीप वर्मा ,विजय कुमार रवि ,मुक्ती देवी ,किरण देवी ,संजू कुमारी , गायत्री देवी ,रेशमी देवी ,आदि मौजूद थी।

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